56 Part
48 times read
0 Liked
एक तुम हो -माखन लाल चतुर्वेदी गगन पर दो सितारे: एक तुम हो, धरा पर दो चरण हैं: एक तुम हो, ‘त्रिवेणी’ दो नदी हैं! एक तुम हो, हिमालय दो शिखर ...